पत्थर बना दे अब मुझे, ना राख तू कर मेरे अफसाने को। किसी का दिलबर ना बन सका तो कोई गम नहीं ए जिंदगी..! फिलहाल जो समझना है, वो समझने दे इस जमाने को।" #पत्थर बना दे अब मुझे, ना #राख तू कर मेरे #अफसाने को। किसी का #दिलबर ना हो सका तो कोई #गम नहीं ए जिंदगी..! फिलहाल जो समझना है, वो समझने दे इस जमाने को।"