तुमसे बात करना एक #आदत बन गई थी,
तुमपे शायरी बनाना भी एक आदत बन गई थी।
जबसे तुमने बातें बंद कर दी,
तब से बेचैन था मैं।
अब शायद फिर तुम्हारे साथ तुमसे जुड़ी
आदतों का सुकून वापस लौट आ जाए।
क्या पता,
शायद मुझे मेरे जीने का मतलब मिल जाए।
shayar_dillwala
#tereliye
उसकी तस्वीर देख शायरी लिखने वाला मैं,
अब उसे देख आंखे नम करने लगा हूं।
कभी बेमतलब बात पर भी खुश होने वाला मैं,
अब खुशियों के पलों में भी गुमसुम रहने लगा हूं।
shayar_dillwala
#Flower
तू कहे तो काला धागा बन जाऊं,
नजर तो क्या तुझे बुरी हवा भी न लगने दूं।
तेरी हिफाजत के लिए मैं खुद ही मर जाऊं। #Thoughts
shayar_dillwala
#boat
जो मिला ही नहीं उसे छोडूं कैसे...
जो चाहता ही नही उससे रिश्ता जोडूं कैसे...
हां मैं अंधेरों में रोशनी के पीछे भागने वाला,
उजालों में सूरज के पीछे कैसे दौडू कैसे... #Thoughts
shayar_dillwala
#rain#Pain
किसी और के दर्द को समझने वाला
कोई नहीं है यहां...
वरना मुझे पहचान ने वाला हर शख्स
मुझसे प्यार करता...
shayar_dillwala
#nightshayari
चांदनी आज सूरज सी चमक रही है।
पता नही चल रहा अब दिन है या रात है।
सोते जागते अब उसकी ही बातें याद आती है।
मैंने तो दिल से पहले ही कहा था
उसमे कुछ तो बात है। #Love