काला तिल होता है इस पर क्या लिखूँ कुछ नहीं समझ आता है ये होठों पर सौंदर्य का हिस्सा है या कोई दबी अभिलाषा का किस्सा है काले तिल की इच्छा शक्ति बेशुमार है नज़र को कैद में रखता है क्या इसकी भी कोई सुनवाई है काले तिल के सौंदर्य में भी अजीब सी ही तन्हाई है तुमने कहा था काला बिंदु मैने कहा ये रुसवाई है | किस्सा बना के ही छोड़ दो इतनी फ़जीहत न दूँ इसको | बचाता है बेचैन नज़रों से यही इसकी परछायी है | काले तिल का कोई ठौर नहीं कभी कपोलों पर ही ठहर कर आंसू से विरक्त हो जाता है कभी हथेलियों में थम जाता है पर होंठो पर एक दबी कुचली सुंदरता क्यों बढ़ाता है यहां आपको वो नज़रों से लगता है बचाने वाला | जिसके माथे पर काला तिल सजना चाहिये था उसके होंठो पर सज जाता है और जिसके होठों पर नहीं वो हथेलियों से मुख छुपा लेती है | ये विशलेषण काले तिल की ही तरह रहस्यमयी है चलो इसको प्रेम सौंदर्य का नाम दे देते हैं | ©️hitihittika #Hindi #Feeling # pic.credit : google