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hittikakhanna8394
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no writings

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तकनीकी भाव

रिक्त स्थान ♾️ (
)
दिल पे छप गये लफ्ज़ ता //(
-------ता /////________

देर आये . दुरुस्त आये
सितमगर आये . ढा आये (हैं );
           मंगल नहीं = सत्व नहीं 

शाश्वत है .क्षणिक नहीं (है );
बदलाव  = टकराहट (
);

          अनुवाद है . क्लिष्टता (है );
@ हृदय तल 
वापिस . जाओ ();
वापिस = आओ ();

              चाँद = चाँदनी 
सोना = सोना (नहीं );
           ज़ख्म . दर्द (नहीं );
तकनीक . तकनीकी (नहीं );
ता //////_________
))
©️hitihittika #Technology #technical #Language #loop #Hindi #Life
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कपोल कल्पना 

कपोल कल्पना देखो तुम्हारी सूरत से 
फिर जाग गयी मेरी फितरत से 
अब फिर चकनाचूर होंगे शीशे से 
स्वप्न का बिखरा मायाजाल फिर से 
इसमे भी फितूर अजीब जो चढ़ा है 
बातों का बनावटी डील डौल आन पड़ा है 
उजड़ेगें फिर ख्वाब मेरे प्रेंम के 
देखो तो फिर भ्रम जाल फैल खड़ा है 
मन भी पिसता हैं हृदय के सूनेपन मे 
बुद्धि अपनी क्षमता रमाये मनाखर मे 
जो तुम मिले नहीं अभी तक 
मैं तुमसे मिल भी लेती हूँ 
जो तुम मुझे बताते भी नहीं 
वो वार्ता रंग मैं शीशों संग बिखेर देती हूँ 
फिर सच हो जाये कल्पना तो 
ये देखो टूटते चकना चूर शीतल शीशे 
तुम तो बार बार सुलगते कपोल कल्पित बनके 
©️hitihittika #Imagination #poetries
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ये तस्वीर मौजों में तैरती कैसे यूँ तो वो हैंरान हुए हैं 
गुरुर में भी तो आखिर बरसते ये पैमाने हुए हैं 

दौर लेकर नांव का मौन के फासलों देखो तो 
मौजों के धुन के अंधा धुन हैं पीछे पड़े जानो तो 

तालीम के लफ्ज़ों से दुहाई के तीर गढ़े थे वो कभी 
अब कौन सी नई खुमारी की उनको तैयारी यारी सी 

ये क्या कर सकती है तस्वीर देखो तो तमाशा 
ये गुरूर का बरसता पानी काटता है पैमाना 

अपनी खुशी पर कड़ी लगाता ये ज़माना 
दूसरे पर बिछा अजीब चाहत का बिछौना 

कोई नई ज़िन्दगी पर फिदा होता हैं ज़माना 
यहां बेजान देख कर फासलों में कड़ी लगाता खैर माना  
©️hitihittika #Life # galti ke liye shama praarthi hoon 🙏

#Life # galti ke liye shama praarthi hoon 🙏 #विचार

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मैंने अपने शब्द दर शब्द खुद खोजे 

लेकिन अस्तु को नकारते गये 

©️hitihittika #Light #logophile #Weirdest #hindiwords 
अस्तु = जो भी हो पर यहाँ पर (अस्तित्व बोध )

#Light #logophile #Weirdest #hindiwords अस्तु = जो भी हो पर यहाँ पर (अस्तित्व बोध ) #विचार

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काला तिल होता है इस पर क्या लिखूँ कुछ नहीं 
समझ आता है ये होठों पर सौंदर्य का हिस्सा है या 
कोई दबी अभिलाषा का किस्सा है काले तिल की इच्छा शक्ति बेशुमार है नज़र को कैद में रखता है क्या इसकी भी कोई सुनवाई है काले तिल के सौंदर्य में भी अजीब सी ही तन्हाई है तुमने कहा था काला बिंदु मैने कहा ये रुसवाई है | किस्सा बना के ही छोड़ दो इतनी फ़जीहत न दूँ इसको | बचाता है बेचैन नज़रों से यही इसकी परछायी है | काले तिल का कोई ठौर नहीं कभी कपोलों पर ही ठहर कर आंसू से विरक्त हो जाता है कभी हथेलियों में थम जाता है पर होंठो पर एक दबी कुचली सुंदरता क्यों बढ़ाता है यहां आपको वो नज़रों से लगता है बचाने वाला | जिसके माथे पर काला तिल सजना चाहिये था उसके होंठो पर सज जाता है और जिसके होठों पर नहीं वो हथेलियों से मुख छुपा लेती है | ये विशलेषण काले तिल की ही तरह रहस्यमयी है चलो इसको प्रेम
सौंदर्य का नाम दे देते हैं | 
©️hitihittika #Hindi #Feeling # pic.credit : google

#Hindi #Feeling # pic.credit : google #विचार

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काश मिल जाती थोड़ी सी फुर्सत हमे भी उस वक़्त 
सिर्फ तुमको गुनगुनाने तक ही होश बाकी रह गये थे 
रफ्ता रफ्ता वक़्त भी आगे निकलते से गये थे 
©️hitihittika #Hindi
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अकेले पन में टूटी हुई सांकल में से हरफ रिहा हो अाज झांकता सा 
सांकल की शकल में यहाँ तो हर हरफ कैद पहचानता सा 
©️hitihittika #candle #Loneliness #words #Hindi
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कभी देखा नहीं ध्यान से उसकी तरफ 
अब ध्यान से आस पास क्यों देखने लगे हो 
अब से ध्यान से आ दम नाम हरफ क्यों तोड़ने लगे हो 
©️writingshittika #words #hindiwords
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मानसिक रोग सिर्फ उदासी नहीं 
इसकी कई हैं निशानियां 
घबराता दिन घुटती हैं 
रातों में सांसों की पेशानियां 
घटा की चकाचौंध के आगे 
डूबती आँखों की रौशनियां 
मुख सूखे निवालों को तरसती 
ये होठों की लालियां 
जड़ काया पर ये हाँफती 
अकड़ कर उगलियां 
कोई तो पकड़ धीमे से ही 
दूर कर दे इनकी सर्दियां 
सिर पर घुमते गगन की बदलियां 
धड़ाम से औंधे मुंह ये गिर पड़ी 
ये खाली सुर्खियां 
©️writingshittika #anxiety #depression
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अब ख्याल भी कम हैं बोलते से 
संगदिल मुबतिला हैं अहसास होते से 
©️writingshittika #Hindi #words
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