बहती हुई धारा जैसे तुम, पाक, साफ़, निर्मल, अत्यंत पवित्र, हो जाओगे, जब पाओगे अपने आप को, अपनी असफलताओं में, समझोगे, जानोगे, कि तुम्हारी जीत, हारने के बाद आएगी, हार जाना तुम्हारी जीत को रोक नहीं पाएगा, जब तुम शुद्ध हो जाओगे, आज़ाद हो जाओगे, जीतने और हारने के, बे-माने, व्यर्थ मतलबों से, दोष रहित हो जाओगे, भीतर से, बाहर से, वो क्षण होगा, जब तुम्हारी जीत की शुरुआत होगी, क्यूँ की जीतने के लिए, जीत से ज़्यादा, हार ना मान ने वाले, पवित्र मन की आवश्यकता है, आज, अभी और हमेशा के लिए । #हारजीत #असफलता