कब तक मगरूर रहोगे..एक दिन तो आओगे मेरी पनाहों में, मुझे यकीं हैं..यूँ तन्हा छोड़कर मुझे..ना जा पाओगे इन राहों में, मैं दिल हूँ तेरा..मंजिल हूँ तेरा..यूँ कब तलक आखिर..रहोगे नाराज, अब सब कुछ भुला कर..ज़रा मुस्कुरा कर..लौट कर आ जाओ इन बाहों में ll ©Rajesh Tiwari #Shayari #Love #confidence #Hindi #writer #Shayar