नारी तू - हताश न हो निराश न हो तुम्हीं ही शक्तिस्वरूपा हो, हार कर न बैठ समाज में बहुत है तुम्हारी बहुत पैठ तुम ही देवीस्वरूपा हो। शक्ति अपनी पहचान बनता तुम्हीं से सारा जहान तुम बड़ी चुनौती को भी स्वीकार कर लेती हो, दो परिवारों की दुलारी खूबियां हैं आप में ढेर सारी तुम ही से दुनियां हमारी। नारी तुम चिंतनशील हो बड़ी ही सहनशील हो तुम रास्ता स्वयं बनाती हो, तुम बड़ी ही संघर्षशील हो तुम ही पत्थर का मील हो हार को जीत में बदलना जानती हो। तुमने पूरे विश्व में नाम कमाया है तुमने मन में ठाना वो पाया है तुम बड़ी ही बलशाली हो, काम से तुम नहीं घबराती हो अपना किरदार सही से निभाती हो तुम कष्टों को आसानी से सहन कर जाती हो। तुम हर क्षेत्र में आगे कदम बढ़ाती हो जहां भी जाती हो वहां छा जाती हो अपनी कोमल वाणी से सबका दिल जीत लेती हो, तुम आसानी से मुश्किलों से निजात पा लेती हो अपनी कठोर तपस्या से जीवन को खूबसूरत बना लेती हो तुम समाज को सही दिशा दिखाती हो। तुम अंधेरे में भी रोशनी दिखाती हो पहले दूसरों को; फिर स्वयं खाती हो तुम सदा समर्पण की भावना दिखाती हो, नारी तुम दो कूलों की शान हो गुणों की अद्भुत खान हो नारी तुम महान हो नारी तुम महान हो।। ©Shishpal Chauhan #नारीशक्ति