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बेटी-बहु कभी माँ बनकर सबके ही सुख-दुख को सहकर अपने

बेटी-बहु कभी माँ बनकर
सबके ही सुख-दुख को सहकर
अपने सब फर्ज़ निभाती है
तभी तो नारी कहलाती है महिला दिवस
#महिला
बेटी-बहु कभी माँ बनकर
सबके ही सुख-दुख को सहकर
अपने सब फर्ज़ निभाती है
तभी तो नारी कहलाती है महिला दिवस
#महिला