ए दोस्त तेरे लिए मै क्या लिखूंगी जो भी लिखूंगी कम ही होगा, जो शब्द हम दोनों के रिश्ते को परिभाषित करे ,ऐसा शब्द दुनिया में शायद ही होगा। किसी की तारीफ करना आता नहीं मुझे, या यूं कहूं भाता नहीं मुझे, लेकिन तुझे जब सोचती हू तो होठों पर मुस्कान आ जाती है तारीफ़ का हर लफ्ज़ तब कम पड़ जाता है मुझे। तूने दी जो अपनी जिंदगी की मुस्कुराहट मेरी smile को , उसे कैसे जियूं मिशाल बनके यही सोचती हूं,तेरे दिए नाम को कैसे साकार कर दू रह रह यही सोचती हूं। तू किसी पर अहसान नहीं करता जानती हूं, तू इस दुनिया में मेरे लिए फरिश्ता है पहचानती हू मै तेरे रिश्ते का हक कहूं या अहसान जीते जी मै ना उतार पाऊंगी, आख़िरी सांस में जब कोई दोस्त याद होगा तो वो तू ही होगा जिंदगी का सबसे बड़ा मददगार सिर्फ मै तुझे पाऊंगी। __your friend smile🐈🐀 #A.M #Satya Prakash Upadhyay #friend#life#pain #shayari#poem#story 🐀🐈🐀🐈🐀🐈