मैंने ज़माने का दस्तूर देखा है जनाज़े में सबसे पहले गरीब को देखा है भाई बहन दोस्त यार तो होते है मगर रुतबे वालो को सबसे आखिर में देखा है ©Shayar Rizwan जनाज़ा #Anger