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हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है चमन में त


हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है
चमन में तब कहीं होता है जाके दीदावर पैदा

अल्लाम इक़बाल का ये शे'र सुभाषचन्द्र बोस पर एक दम सटीक बैठता है।

©Kumar Mahi
  #सुभाषचंद्रबोस