Nojoto: Largest Storytelling Platform

#न_जाने_क्यों उदास दिल, तलाशता तुम्ही को है.! विरह

#न_जाने_क्यों उदास दिल,
तलाशता तुम्ही को है.!
विरह में जल रहीं हूं मैं,
पुकारता तुम्हीं को दिल.!
तुम्हीं को चाहा दिल मेरा,
तुम्हीं को जनता भी है.!
तेरे बग़ैर जिंदगी को,
मिल रहा ना राह कोई.!
आओ फिर से जिंदगी में,
जिंदगी संवार लें.!
एक ही जनम मिला है,
खुशियों से गुज़ार लें.!
#अजय57
#न_जाने_क्यों उदास दिल,
तलाशता तुम्ही को है.!
विरह में जल रहीं हूं मैं,
पुकारता तुम्हीं को दिल.!
तुम्हीं को चाहा दिल मेरा,
तुम्हीं को जनता भी है.!
तेरे बग़ैर जिंदगी को,
मिल रहा ना राह कोई.!
आओ फिर से जिंदगी में,
जिंदगी संवार लें.!
एक ही जनम मिला है,
खुशियों से गुज़ार लें.!
#अजय57