कहता है ये मन , क्यों आ गए इस जवानी में , लौट चले उस बचपन में , जहाँ ना कोई चिंता थी , बस नादान ही हस्ती थी , बेफिक्र सी अपनी बस्ती थी , यूँ ही कभी-कभी मन के बदलते हुए मौसम चित्रण करें। #यूँही #collab करें #yqdidi के साथ। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi