थी जो कुछ बात तुम्हारी, जो मेरी दिल को छू गई, वरना हम रोजाना न जाने कितनो से मिलते हैं, बस आपकी कुछ बातों से हम आपके मुरीद हो गए। जब तराशा आपके बातों को, आपका दिल आपके बातों से कही ज्यादा पवित्र, शुद्ध सच्चा निकला। अनुकरण #बातों #तराशा