दिल के अरमां बस तेरी फरमाइशें करते थे रब से बस तुझे मिलने की ख्वाहिशें करते थे इश्क ने किया बेबस दिल पर भी ज़ोर नहीं सोते जागते ख़्वाब तेरी ही नुमाइशें करते थे कागज़ कलम दवात रोज़ करती है तेरा जिक्र अल्फ़ाज़_दिलसे शब्दों की आजमाइशें करते थे #डॉलालथदानी 14.6.2021 #अल्फ़ाज़_दिलसे #liveandlovelifebylal 8005529714 📌नीचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 की प्रतियोगिता :- 190 में स्वागत करता है..🙏🙏 💫आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।