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हे प्रभु हे कृपालु कुछ और भाव कुछ और रस निर्मित क

हे प्रभु हे कृपालु 
कुछ और भाव कुछ और रस निर्मित करते 

वीभत्स रस के इस घृणित भाव को काश 
इंसा से विभक्त ही रखते

©rajeshwari Thakur
  # घृणा #
# 🖤#

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