वक़्त से एक बार अचानक पूछ लिया मैने तुम ठहरते क्यों नहीं? एक जगह टिक कर क्यों खडे नहीं रह पाते? हर वक़्त घोड़े पर स्ंवार क्यों रहते हो? वक़्त ने भी तत्काल प्रतिउत्तर की जगह प्रश्न कर डाला मेरे न रुकने के बारे मे आप मेरे बारे मे क्या सोचते हैँ? . मैने हँस कर जवाब दिया था तब सम्भवतः कोई कंटीला कीड़ा तुम्हे काटता रहता हैँ. ताकि तुम बैठ न सको रुक न सको किसी एक जगह पर एक पल के लिएभी वक़्त...... रुकता क्यों नहीं?