किताब इस सच्चाई से इंकार करना गलत होगा कि जिंदगी में सम्बन्ध या रिश्तों की भूमिका नगण्य होती है। हकीकत यही है संसार के गुलशन में सम्बन्धों के पेड़ और रिश्तों के फूल उसकी उपलब्धि के अंतर्गत आते है। जीवन की अनिश्चिता में इनकी भूमिका को न नकारना बुद्धिमता ही होगी। अतः मधुरता के साथ हर रिश्ते का निभांव करना सही होता है, चाहे उनके साथ कितना ही वैचारिक महत्व हो। ✍ कमल भंसाली सच्चाई जीवन की