वो उनकी अपनी नजर थी मेरी नजरो में कुछ और था सपना अहमियत जैसे गिरती जा रही हो जैसे घट रहा था आत्मसम्मान अपना वो मुझे पागल समझकर हँस दिए मैं उन्हें हँसते देखकर मुस्करा दिया। उनकी खुशी के बदले मांगने को कहा मुझसे कुछ खुदा ने मैंने हर वो ऑफर ठुकरा दिया। ठुकरा दिया