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मैं और मेरी तन्हाई अक्सर ये सोचती है कि .... दर

मैं और मेरी तन्हाई अक्सर ये सोचती है 
कि ....


दर्द से आह उठी तो जाना 
कोई कुरेदता रहा मेरे जख्म को हरदम

पर वक़्त सब्र का मरहम देकर उस ज़ख्म को यू भरता रहा 

रास्ते वीरान रहे पर मै यूँ ही चलता रहा
दर्द तो रूह मे था और मै दिल को कोसता रहा

©Er. Narendra Mahi #raindrops  Ajay Barwal Tormal Bharti  Abhishek Negi Krish Kumar chandra_the_unique  Samitaroy
मैं और मेरी तन्हाई अक्सर ये सोचती है 
कि ....


दर्द से आह उठी तो जाना 
कोई कुरेदता रहा मेरे जख्म को हरदम

पर वक़्त सब्र का मरहम देकर उस ज़ख्म को यू भरता रहा 

रास्ते वीरान रहे पर मै यूँ ही चलता रहा
दर्द तो रूह मे था और मै दिल को कोसता रहा

©Er. Narendra Mahi #raindrops  Ajay Barwal Tormal Bharti  Abhishek Negi Krish Kumar chandra_the_unique  Samitaroy

@Ajay Barwal @Tormal Bharti Abhishek Negi @Krish Kumar chandra_the_unique Samitaroy">#raindrops Ajay Barwal Tormal Bharti Abhishek Negi Krish Kumar chandra_the_unique Samitaroy #शायरी