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महकी महकी सी फ़जा़ हवाएं सनसनाती हुई रात है चंचल स

महकी महकी सी फ़जा़
हवाएं सनसनाती हुई
रात है चंचल सी, सादगी का सवेरा होगा
अब छोड़ो ना कल का झमेला,
हम दोनों का आज में ही मिलना मिलाना होगा...@AA

©Strange Narrator
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