हम भी अपना दिल किसी से लगाए हुए थे। और दिन प्रतिदिन उस दिल को ये सपना दिखाए हुए थे। किया पता था। ऐसा भी होता है। इस बे रंग दुनिया में । जिसको हम अपना कहते थे। वो तो पहले से ही कही और दिल को लगाए हुए थे।। ©Arsh saifi अफजल चौधरी #City दादरी नोएडा