मैं तेरी होना चाहती हूँ मैं इस सोशल वाली जिंदगी मे, तुझे प्राइवेट रखना चाहती हूँ | मैं तुझे बाहर से नहीं, दिल मे उलझे हुए सवालों का जवाब बनना चाहती हूँ | मैं जिस्मों से नहीं रुह से रूबरू होना चाहती हूँ | मैं तेरी खुशी मे ना सही , तेरे दुःख कम करने का हिस्सा बनना चहती हूँ | मैं आशिकी यह शब्द , बस तेरे नाम से जोड़ना चाहती हूँ | मैं ज्यादा कुछ नहीं , बस तेरी होना चाहती हूँ | -रीना यादव(कवियत्री) #Love #reenayadav#poem#like#comment#Like