आ बैठ मेरे पास तुझे देखता रहूं, लफ्ज़ मेरे खामोश है बता मैं क्या कहूं, बस निहारता रहूं आपकी खूबसूरत चेहरा, केशुवों में उलझा रहूं और बता मैं क्या करूं। 1122