खूबसूरती को गुरूर हो गया शीशा चूर चूर हो गया।। वो खूबसूरत है ज़माने को खबर है, ये खबर उसको नहीं है गनीमत है।। चर्चा है इठलाकर चलने लगा है वोह, सादगी झूठ बोलती थी एसी जवानी पर लानत है। पानी की तरह उतरा जब नशा मेरा मैं जहाँ डूबा था वहीं साहिल हो गया।