पली अंधेरों में उम्र भर ज़िन्दगी मेरी, चिरागों से रौशन न कर ज़िन्दगी मेरी। जानता हूं तुम भी तब तो साथ न दोगे! हो जाएगी तेरी आदी गर ज़िन्दगी मेरी।। "हुड्डन"🙏 #आदी