मोहब्बत हो गई तुमसे तू पराई नहीं है। दोनों भी यही चाहते हैं तो बुराई नहीं है। आईने में भी मुझे बस तुम नजर आते हो कोई और इस दिल में समाई नहीं है। मेरे पास तू है और तेरे पास मैं हूं इससे बढ़कर दोनों की कोई कमाई नहीं है। जो कैद हो जाते हैं, वह हमेशा के लिए ही अब सुना है इसमें कोई रिहाई नहीं है। मंजूर है हमें बस कैद तुझ में हो जाना हमारे पास भी कोई अब गवाही नहीं है। अब इस प्यार में दर्द है तो होने दो ना सब को यह पता है, इसकी दवाई नहीं है। ©sanjay kushekar #sanjaykuahekar #shayati #gazal