थकी हुयी उन अंखियों का निन्दिया बन जाऊँ.... ऐ रब काश कि मैं उनके माथे की बिंदिया बन जाऊँ.... राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी ©Raone Teri bindiya