Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुबादलें में तुम्हारें, दुनिया की पेशकश थी... भ

मुबादलें में तुम्हारें,
  दुनिया की पेशकश थी...

भरी अंजुमन में हमे..
   आजमाँनें की कोशीश थी..

एहतिमाल न था हमपर..
      निजात पाने की तैय्यारी थी..

तवील ए मुद्दत से..
     हिज्र से वफादारी थी..

©अर्चू.. #मुबादला
मुबादलें में तुम्हारें,
  दुनिया की पेशकश थी...

भरी अंजुमन में हमे..
   आजमाँनें की कोशीश थी..

एहतिमाल न था हमपर..
      निजात पाने की तैय्यारी थी..

तवील ए मुद्दत से..
     हिज्र से वफादारी थी..

©अर्चू.. #मुबादला