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यूं तो मेरे दर्द से तुम वाक़िफ नहीं, क्या ख़ामोश ह

यूं तो मेरे दर्द से तुम वाक़िफ नहीं,
क्या ख़ामोश हूं इतना काफी नहीं ?
बारिशों से ज्यादा अश्कों से भीगा हूं,
इक बात पूंछू ऐ तिश्नगी!....
 क्या जिंदा हूं इतना काफी नहीं?
----dj shayar

©DHANANJAY PANDEY
  #writer#writer#djshayar बाबा ब्राऊनबियर्ड Lotus banana (Arvind kela)  Anshu writer Gulshan_Dwivedi Sudha Tripathi