वो नदियों का पानी वो शांत नज़ारा.... वो ढलता सूरज और फैलता अँधियारा वो परिंदो का अपने बसेरे को लौटना और धीरे-धीरे चाँद का नज़र आना धरा पर जुगनूओ का और आसमान में तारों का टिमटीमाना लगता है बड़ा ही सुकूनभरा शाम का ये नज़ारा ©तृप्ति #evening