दिल में हलचल तूने पैदा की... उध्वस्त हुआ मैं,तबाही तू थी। आस थी बस तुझसे मिलने की, मिली न तू, मुझे टालती रही। करता क्या मैं एक लड़का बेचारा, राह देखता रहा, फिरता मारा मारा। खेल कैसा भी हो मैं कभी भी न हारा, पर तेरे सामने गिरा मैं जैसे टूटता सा तारा। ©shayar_dillwala #mountain दिल में #हलचल तूने पैदा की... उध्वस्त हुआ मैं,#तबाही तू थी। आस थी बस तुझसे मिलने की, मिली न तू, मुझे टालती रही। करता क्या मैं एक #लड़का बेचारा, राह देखता रहा, फिरता मारा मारा। खेल कैसा भी हो मैं कभी भी न हारा,