ज्यादा तवज्जों ना दे ग़ालिब, ये दुनिया मतलबी यारो की, अपना अपना करते सब, ना करे कद्र अपने यारो की, एक उसूल पर सब चले यहां, जो सबका करे अकेलापन मिले यहां, याद रख तू कहा किसी ने सच है, मिला जो बिन मेहनत है कहा किसी को उसकी कद्र है, फिर ग़ालिब तू क्यों बावरा हुआ जाता है, सबको खुश करना छोड़ अपने पर ध्यान क्यों नहीं लगता है!! ©Shayari#Ayushi #RESPECT #Poetry #poem #Shayari #shayari_ayushi #Nojoto #hindipoetry #follow #your_happiness #walkingalone