बैठे थे station में हम भी इंतजार में किसी के ना वो मिले ना मिला सफर करने का सामान कोई। समझ ना सके कि अब सफर करें भी की नहीं। हमें बाद में खबर पडी की हम कही पहुंचे ही नहीं। ©Vickram हालात मेरे,,,,,