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" मुलाकात कब हुई कैसे हुई नहीं पता, बस यूँ लगा कि

" मुलाकात कब हुई कैसे हुई नहीं पता,
बस यूँ लगा कि किसी अपने से मिली हूँ ,
सूरत तो जानी पहचानी नहीं थी,
बस हरकतों से लगा कि तुम मेरे भाई से हो ,
तस्वीर में तेरे चेहरे कि रौनक चाँद के मुकाबले दुगुनी बन बैठती हैं,
यूँ लगता हैं कि हर पल खुशी तुम्हें ढूँढने लगती हैं ,
यूँ तो दोस्ती में जिगरी यार हो ,
बह हमारे बीच बात कम सी होती हैं
लेकिन खुद़ा से एक फरमाइश करती हूँ 
तू जहाँ भी रहे तू अपनी चंचलता और हमारी यारी को भुलना मत..." some frdzs always have some secret place in life❤❤👫👫
" मुलाकात कब हुई कैसे हुई नहीं पता,
बस यूँ लगा कि किसी अपने से मिली हूँ ,
सूरत तो जानी पहचानी नहीं थी,
बस हरकतों से लगा कि तुम मेरे भाई से हो ,
तस्वीर में तेरे चेहरे कि रौनक चाँद के मुकाबले दुगुनी बन बैठती हैं,
यूँ लगता हैं कि हर पल खुशी तुम्हें ढूँढने लगती हैं ,
यूँ तो दोस्ती में जिगरी यार हो ,
बह हमारे बीच बात कम सी होती हैं
लेकिन खुद़ा से एक फरमाइश करती हूँ 
तू जहाँ भी रहे तू अपनी चंचलता और हमारी यारी को भुलना मत..." some frdzs always have some secret place in life❤❤👫👫