दिल प चोट भतेरी खाणी पड़े हैं कोई नु ही शायर नी बनता अरे जख्म देके नमक गेर दे बड़ी जालिम हो स या जनता ईमानदारी और महनत करके बढ़ते जाओ भाई आगे नाम बनेगा एक दिन, नु एक दिन म नाम नही बनता जीना है जिंदगी म तो ठोकर भी भतेरी खाणी पड़े ह सँभलना तो खुद ही है उरे तो सारे गिरान आळे खड़े हैं जब टूट जा हिम्मत तेरी अर हारन का डर सताए कहदे अपने दुःखा त मेरे होंसले तेरा त बहोत बड़े है #ank rao खुद का टूट जा पर दिल किसी का दुखाइयो ना किसी की मजबूरी का भाई फायदा कदे उठाइयो ना संस्कार त खराब दिखे इस्सा काम कदे नी करना अर गलत काम करके कदे अपने माँ बाबू के सिर न झुकाइयो ना बड्डा ज्ञानी कोण्या मैं बस जिंदगी के तजुर्बे बताए स छोटी सी उम्र म जिंदगी न बहोत से रंग दिखाए स ज पतंग चढ री स तेरी तो अनजान आदमी भी भतेरे तेरे साथ स दुःखा के मह तो अपने रिस्तेदार अर दोस्त भी पराये स ।