सोचा लिख दूँ तेरी औकात अाज जो कलम मैने उठाई हैं कर दूँ तुझे बदनाम अाज ये बात मन में आई है ज़रा नज़र क्या घुमा लिया हमने तेरी औकात हमें ज़मीन पर नजर आई है baibhav_mishra #कुछ_बात