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लड़की हुई है. लड़की हुई है? पति ने पूछा..... पत्

लड़की हुई है.

लड़की हुई है? पति ने पूछा.....

पत्नी को इसी प्रश्न की उम्मीद थी, उसने उम्मीद नहीं की थी कि पति सबसे पहले उसका हाल चाल जानेगा।

पत्नी ने सिर्फ पलके झुका दी, पति इसे हाँ समझे या हाँ से ज्यादा कुछ और, लेकिन पत्नी के पलके झुका देने भर में इतनी दृढ़ता थी कि वह कह देना चाहती है कि हाँ लड़की हुई है और

वह इसे पालेगी, पढ़ाएगी !

अब क्या करेगी तू? पति ने पूछा..... पालूंगी, और क्या करुँगी......

शादी कैसे करेगी ?, अभी तो पैदा हुई है जी, शादी के नाम पर अभी क्यों सूखने

पढ़ गये आप......

तू जैसे जानती नहीं, तीन तीन बेटिया हो गयी हैं, हाथ पहले से टाइट है, शादी कोई ऐसे ही तो हो नहीं जाती ! कहा था टेस्ट करा लेते है, लेकिन सरकार भी जीने नहीं देती, मन क्यों छोटा करते हैं जी आप भगवान् ने भेजी है, अपने आप करेगा इंतजाम, पत्नी ने दिलासा दिया....

भगवान! हा हा। भगवान ने ही कुछ करना होता तो लड़का न दे देता! कुछ जीने का मकसद तो रहता, काम धंधे में भी ऐसी पनौती डाली है की रोटी तक पूरी नहीं होती! ऊपर से तीन तीन बेटिया और ये नंगा समाज !

पत्नी प्रसव पीड़ा भूल गयी थी, पति की पीड़ा उसे बड़ी लगने लगी एकाएक ! उसने पति की झोली में बेटी डाल दी ! कंधे पर हाथ रख कर रुंधे गले से बोली! गला घोंट देते हैं! अभी किसी को नहीं पता की जिन्दा हुई है या मरी हुई, दाई को मैं निबट लूंगी !पति का बदन एक दम से सन्न पड़ गया, वह कभी पत्नी के कठोर पड़ चुके चेहरे की ओर देखता तो कभी नवजात बेटी के चेहरे को ! उसने एकाएक बेटी को सीने से लगा लिया ! भीतर प्रकाश का बड़ा सूरज चमकने लगा! मानो जैसे की नन्ही बेटी ने पिता के कान में कह दिया था पापा आप चिंता न करें मैं आपके टाइट हाथ खोलने के लिए ही आई हूं।

पिता के सीने से लगी बेटी को देखकर पत्नी की आँखे आंसुओ से टिमटिमाने लगी,

पति ने आगे बढ़कर पत्नी के आंसू पोंछे और भीतर लम्बी सांस भर कर बोला, हम इसे पालेंगे पार्वती..! मेरी अंतरात्मा कह रही है ये साक्षात माता नारायणी का रूप है।

©Gulzar Ansari #HumptyKavya #मोटीवेशनल #बेटीबचाओ #beti #MoralStories