Nojoto: Largest Storytelling Platform

चले जाओ कि तुम्हारी बातें चुभ रही मुझको तुम्हारी य

चले जाओ कि तुम्हारी बातें चुभ रही मुझको
तुम्हारी यादें चुभ रही मुझको ये इतनी बेचैनी क्यों है मेरी तबीयत में
जैसे की जिंदगी हार के मैं लौटी हूँ।।
चले जाओ कि तुम्हारी बातें चुभ रही मुझको
तुम्हारी यादें चुभ रही मुझको ये इतनी बेचैनी क्यों है मेरी तबीयत में
जैसे की जिंदगी हार के मैं लौटी हूँ।।
harshitasrivasta5669

jagmag

Bronze Star
New Creator