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My Heart रूठे भी तो कैसे, कि उन्हें मनाना ही नही

My Heart

 रूठे भी तो कैसे,
कि उन्हें मनाना ही नही आता।
रोएं भी तो कैसे,
कि उन्हें हंसाना भी नही आता।

क्या वो सच में इतने भोले भाले हैं,
या फिर बिना दिल वाले हैं ?

खुश रहते भी नही खुद, गौतम
और दिल हमारा भी नही लगाते,
सुनते हमे भी नही,
और बात अपने दिल की भी नही जताते।

©Advocate Gautam kejriwal
  #mainekuchgltbolakya