कैसे कह दूं कि "शिद्दत से चाहो किसी को तो कायनात भी उस से मिलाने की कोशिश करती है", प्यार तो मेरा भी एकतरफा नही था फिर ये दास्तान क्यों अधूरी रह गयी ???? ये कहानी अभी अधूरी ही सही ...!!