"थोड़ा पानी रंज का उबालिये खूब सारा दूध ख़ुशियों का थोड़ी पत्तियां ख़यालों की. थोड़े गम को कूटकर बारीक, हँसी की चीनी मिला दीजिये. उबलने दीजिये ख़्वाबों को कुछ देर तक.. यह ज़िंदगी की चाय है जनाब. इसे तसल्ली के कप में छानकर घूंट घूंट कर मज़ा लीजिये" ©पूर्वार्थ #international_tea_day