हर ऋतु फागुन सी सजाते रहेंगे, धेर्य धर्म की धाक दिखाते रहेंगे, किसी ने हमें संभाला हो या नही, हम हरदम सबको संभाले रहेंगे। सरलता के मान बनाते रहेंगे, प्रेम भरी दौलत दिखाते रहेंगे, कोई हमें देखा अनदेखा करे, हम हर हाल रिश्ता निभाते रहेंगे। दर्द को बना फूल सजाते रहेंगे, कर्म से यथार्थ को दर्शाते रहेंगे, हम दोनों मन मंदिर सुंदर रखकर, नित जिंदगी का गीत गाते रहेंगे। पड़ाव उम्र के आजमाते रहेंगे, एक दूजे को समझाते रहेंगे, अपने दम जीते हैं, जीते रहेंगे, नित जिंदगी का गीत गाते रहेंगे। कवि आनंद दाधीच। भारत। ©Anand Dadhich #marriageanniversary #parents #Love #kaviananddadhich #poetananddadhich