जो जले थे हमारे लिए, बुझ रहे है वो सारे दिये,,, कुछ अंधेरों की थी साजिशें, कुछ उजालों ने धोखे दिए ©Anurag Kumar #जो_जले_थे हमारे लिए, बुझ रहे है वो सारे दिये, कुछ #अंधेरों की थी #साजिशें, कुछ उजालों ने धोखे दिए #AloneInCity #anuragKumar #Trending #shyari