*" मन की बात " मैं शिक्षक हूं आने वाला भविष्य बनाता हूं, ज्यादा तो नहीं बस भारत को फिर से हंसते हुए देखना चाहता हूं, जब बच्चे करे शैतानियां उस पल को वापस जीना चाहता हूं तुम बच्चों से ही हूं आज शिक्षक......दिल खोलकर कहना चाहता हूं मैं शिक्षक हूं आने वाला भविष्य बनाता हूं............ है ये मुश्किल की घड़ी,इन मुश्किलों को हाथों से समेट लेना चाहता हूं काश निकल आए बच्चे स्क्रीन कहें "मे आई कम इन मैम"बस यही एक बार सुनना चाहता हूं जितना याद किया होगा तुमने स्कूल और हमें शायद...... उससे कहीं ज्यादा........मैं तुम्हें इस डिबिया (laptop n mobile)में देख घबराया हूं.. भविष्य हो तुम देश का बस तुमको यही जताना चाहता हूं .. निकल आओ जल्दी इस मुश्किल और डिबिया से बाहर बस यही प्रार्थना करना चाहता हूं ... मैं शिक्षक हूं आने वाला भविष्य बनाता हूं........... मुश्किल है हालात बहुत पर सबको सिखाना चाहता हूं.... हो गया मैं बड़ा फिर भी मन से तो अभी भी बच्चा हूं अपने बचपन की यादों को फिर से संजो लेना चाहता हूं इस मुश्किल की घड़ी में भी स्कूल जाना चाहता हूं दोस्तों की दोस्ती को वापस जीना चाहता हूं अपने टीचर के डांट को फिर से सुनना चाहता हूं जिनके कारण आज मैं भी शिक्षक हूं,उन गुरुजन को यह बताना चाहता हूं, आ जाए कोई भी मुश्किल में अपना फर्ज निभाना चाहता हूं, मैं शिक्षक हूं आने वाला भविष्य बनाता हूं....... मेरे ओर से शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं सभी शिक्षकों को मेरा कोटि कोटि नमन मो@हिनी🙏 शिक्षक#