जो बीच है समाज रूपी संमदर के मन में उठ रहा तुफान है ख्वाहिशों के पुरा होने की तमन्ना ही किनारा है मन हार जाए तो समझ लो गल गई है नाव कागज की नमस्कार लेखकों🌸 Collab करें आज के #RZMetaWriMoH25 के साथ और खूबसूरत शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें। :) उम्दा लेखनों को हमारे द्वारा इंस्टाग्राम पर दर्शाया जायेगा! (लिंक बायो में उपलब्ध है😍) इस पोस्ट को हाईलाईट कर शेयर करें ताकि हर कोई इस खूबसूरत मौके और कार्य का लाभ उठा सके।❤️