मैं आम आदमी हूँ, गुनाहगार सरकार को मानता हूँ,
अपना स्वार्थ कैंसे पूरा हो, यही तो हमेशा जानता हूँ।
मैं आम आदमी हूँ, मुझे किसी की परेशानी से क्या,
एक दिन याद कर हमेशा के लिए भूलना जानता हूँ।
मैं आम आदमी हूँ, क्यों किसी के लिए समय गँवाऊँ,
किसी की जलती लाश का तमाशा देखना जानता हूँ। #yqdidi#yqhindi#कुचलना#bestyqhindiquotes#कैंडल_मार्च