Nojoto: Largest Storytelling Platform

किट्टू की कलम से ✍️✍️ सूनो कुछ कहूं! याद बहौत आ

किट्टू की कलम से ✍️✍️

सूनो कुछ कहूं!

 याद बहौत आती है तुम्हारी ,
कसक भी दिल में उठती है ,,

मिलता कहीं नहीं सुकून,
और आंखें भी भारी है ,,

उठा लेती हूं अक्सर तेरी डायरी,
पर हर पन्ना खाली है ,,

खुद ही ख़ुश हो जाती हूं ,
सारी खुशियां भी तुझपे वारी है ,,

कितनी खलती है कभी तुम्हारी कैसे कहूं ,
जिस्म है जिंदा और सांसें भारी है ,,

फर्क पड़ता है बहौत तू नहीं है ,
किसे दिखाए ऐसे जख्मों को जो खुशियों में भी हम पर भारी है ,,

सच में चाहत बढ़ती ही जा रही है,
लगता है वक्त नजदीक है और मिलन की बारी है ,,

( तेरे लिए कलेक्शन से ❤️ )

## kittu 🔥
23/2/2024

©kirti tyagi
  #याद आती है,,
kantityagi8787

kirti tyagi

New Creator

याद आती है,,

126 Views