तलाशो ज़िन्दगी को यूँ कि ख़ुद को आसमां कर दो खुले दिल से मिलो सबसे शिकन को गुमशुदा कर दो रहे धरती के आँगन में तुम्हारे ज़िक्र की ख़ुशबू हरेक फूल को काँटों से कुछ तुम यूँ जुदा कर दो -सरिता मलिक बेरवाल ©Sarita Malik Berwal #शिकन