Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं रोशनी की तलाश में यूंही अंधेरों में भटकता रह

मैं रोशनी की तलाश में यूंही अंधेरों में   भटकता रहा!  ये काले आसमान  का सीना चीर कर बिजली का यूं गिरना! बारिश की निशानी है  इस कहानी पर यूं ही चलता रहा! अक्सर हम यूं ही सही गलत को तलाश में असमंजस्य में डूब जाते हैं ! हकीकत से रूबरू होने पर पछताते हैं! इस आयाम को हम हम बार-बार दोहराते हैं! फिर यही शब्द याद आता है की "मैं रोशनी की तलाश में यूं ही अंधेरों में भटकता रहा"............................

©Dinesh Kashyap
   #यूं ही भटकना

#यूं ही भटकना #Motivational

622 Views